यदि तीर्थ की इच्छा हो, पर शरीर में बल या पास में पैसा न हो, तो गौ माता के दर्शन, गौ की पूजा, और परिक्रमा करने से, सारे तीर्थो का फल मिल जाता है, गाय सर्वतीर्थीमयी है , गौ की सेवा से घर बैठे ही ३३ कोटि देवी देवताओं की सेवा हो जाती है।
卐 श्रद्धा मेघं यश: प्रज्ञा: विघा पुष्टि श्रियं बलं 卐
यदि तीर्थ की इच्छा हो, पर शरीर में बल या पास में पैसा न हो, तो गौ माता के दर्शन, गौ की पूजा, और परिक्रमा करने से, सारे तीर्थो का फल मिल जाता है, गाय सर्वतीर्थीमयी है , गौ की सेवा से घर बैठे ही ३३ कोटि देवी देवताओं की सेवा हो जाती है।